वो लोग जो कुछ रोज़ जवानी में मिलेंगे…
वो लोग जो कुछ रोज़ जवानी में मिलेंगे हर शाम वो फिर तेरी कहानी में मिलेंगे, ढूँढो न ...
एक वो इतने खूबरू तौबा…
एक वो इतने खूबरू तौबा उसपे छूने की आरज़ू तौबा ! हाथ काँपेंगे रूह मचलेगी जब वो आएँगे ...
यूँ ही तन्हाई में अब दिल को सजा देते है…
यूँ ही तन्हाई में अब दिल को सजा देते है नाम लिखते है तेरा लिख के मिटा देते ...
क्या मिला ? और हुआ कितना ख़सारा सोचा…
क्या मिला ? और हुआ कितना ख़सारा सोचा बाद मुद्दत के यही क़िस्सा दोबारा सोचा, रात फिर देर ...
इश्क़ जब एक मगरूर से हुआ तो फिर…
इश्क़ जब एक मगरूर से हुआ तो फिर छोड़ कर अना ख़ुद को झुकाना पड़ा मुझे, उसने खेला ...
इस मुहब्बत के करम से पहले…
इस मुहब्बत के करम से पहले ख़ुद को जीता था मैं तुमसे पहले, हसरत ओ यास ओ अलम ...
तुझे क्या बताऊँ ऐ दिलरुबा तेरे सामने मेरा हाल है…
तुझे क्या बताऊँ ऐ दिलरुबा तेरे सामने मेरा हाल है मुझे जुस्तुजू है फ़क़त तेरी मुझे सिर्फ़ तेरा ...
सुना कर हाल क़िस्मत आज़मा कर लौट आए हैं…
सुना कर हाल क़िस्मत आज़मा कर लौट आए हैं उन्हें कुछ और बेगाना बना कर लौट आए हैं, ...
दर्द हो, दुःख हो तो दवा कीजिए…
दर्द हो, दुःख हो तो दवा कीजिए फट पड़े आसमां तो क्या कीजिए ? नहीं इलाज़ ए गम ...
वो नवाज़िशे वो इनायते वो बिला वजह की शिकायतें…
वो नवाज़िशे वो इनायते वो बिला वजह की शिकायतें कभी रूठना कभी मनाना वो बिखरी सिमटी ख्वाहिशे, वो ...