ज़िंदगी दर्द की कहानी है चश्म ए अंजुम में भी तो पानी है…
ज़िंदगी दर्द की कहानी है चश्म ए अंजुम में भी तो पानी है, बेनियाज़ाना सुन लिया ग़म ए दिल मेहरबानी है मेहरबानी है, वो भला …
ज़िंदगी दर्द की कहानी है चश्म ए अंजुम में भी तो पानी है, बेनियाज़ाना सुन लिया ग़म ए दिल मेहरबानी है मेहरबानी है, वो भला …
हर नाला तिरे दर्द से अब और ही कुछ हैहर नग़्मा सर-ए-बज़्म-ए-तरब और ही कुछ है, अरबाब-ए-वफ़ा जान भी देने को हैं तयारहस्ती का मगर …