Skip to content
  • Home
  • About Us
  • Contact Us
Bazm e Shayari :: बज़्म ए शायरी
  • Poetries
    • Barish / Rain Poetry
    • Dua Poetry
    • Forgiveness Poetry
    • Funny Poetry
    • Friendship Poetry
    • General Poetry
    • Islamic Poetry
    • Life Poetry
    • Love Poetry
    • Occassional Poetry
    • Patriotic Poetry
    • Political Poetry
    • Religious Poetry
    • Sad Poetry
    • Sufi Poetry
  • Famous Poets
    • Allama Iqbal
    • Ahmad Faraz
    • Ada Jafri
    • Bashir Badr
    • Faiz Ahmad Faiz
    • Firaq Gorakhpuri
    • Gulzar
    • Javed Akhtar
    • Majrooh Sultanpuri
    • Mirza Ghalib
    • Nida Fazli
    • Parveen Shakir
    • Rahat Indori
    • Sahil Ludhianvi
    • Wasim Barelvi
  • Whatsapp Status
    • Islamic Status
    • Sufi Status
    • Motivational Status
    • Life Status
    • Attitude Status
    • Sad Status
    • Friendship Status
    • Funny Status
  • More
    • News
      • National
      • International
    • Articles
      • Hindi
      • Urdu
      • English
  • Web stories

Barish / Rain Poetry

दूर तक छाए थे बादल और कहीं..

door tak chhaye the badal

दूर तक छाए थे बादल और कहीं साया न था इस तरह बरसात का मौसम …

Read More

फूल बरसे कहीं शबनम कहीं गौहर बरसे…

fool barse kahin shabnam kahin gauhar barse

फूल बरसे कहीं शबनम कहीं गौहर बरसे और इस दिल की तरफ़ बरसे तो पत्थर …

Read More

सावन को ज़रा खुल के बरसने की दुआ दो…

savan ko zara khul ke barasne ki dua do

सावन को ज़रा खुल के बरसने की दुआ दो हर फूल को गुलशन में महकने …

Read More

बारिश की बरसती बूँदों ने जब दस्तक दी दरवाज़े पर…

featuredimagebazmeshayri

बारिश की बरसती बूँदों ने जब दस्तक दी दरवाज़े पर महसूस हुआ तुम आये हो, …

Read More

फिर झूम उठा सावन फिर काली घटा छाई…

featuredimagebazmeshayri

फिर झूम उठा सावन फिर काली घटा छाई फिर दर्द ने करवट ली फिर याद …

Read More

ग़म की बारिश ने भी तेरे नक़्श को धोया नहीं…

featuredimagebazmeshayri

ग़म की बारिश ने भी तेरे नक़्श को धोया नहींतू ने मुझ को खो दिया …

Read More

पलकों को तेरी शर्म से झुकता हुआ मैं देखूँ…

featuredimagebazmeshayri

पलकों को तेरी शर्म से झुकता हुआ मैं देखूँधड़कन को अपने दिल की रुकता हुआ …

Read More

Recent Posts

  • अब दावत पे भी बारात पे भी टैक्स लगेगा
  • गूँगे लफ़्ज़ों का ये बेसम्त सफ़र मेरा है
  • भीड़ में कोई शनासा भी नहीं छोड़ती है
  • ऐ यक़ीनों के ख़ुदा शहर ए गुमाँ…
  • उस गुल को भेजना है मुझे ख़त…
  • मैंने मुद्दत से कोई ख़्वाब नहीं देखा है
  • हाए लोगों की करम फ़रमाइयाँ…
  • फूल,खुशबू, कली की बात करें
  • क्या ज़माना था कि हम रोज़ मिला करते थे
  • जब से तेरी हर बात में रहने लगे
  • कहानी दर्द ओ गम की ज़िन्दगी से…
  • दिल की बस्ती पे किसी दर्द का साया…
  • फ़िराक़ ओ वस्ल से हट कर कोई रिश्ता…
  • किया इश्क था जो बाइसे रुसवाई बन गया
  • तजुर्बे के दम पर दीवानों ने कहा था…

Categories

Footer

  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Sitemap
Copyright © Bazm e Shayari 2023 All Rights Reserved.