जब से तेरा ख्याल रखा है
दिल ने मुश्किल में डाल रखा है,
आप पर दिल ये आ गया वरना
आप में क्या कमाल रखा है,
अब किसी काम की कहाँ फ़ुर्सत
आप का गम जो पाल रखा है,
ख़ुद वो मेरे ही दिल में रहते है
मुझको दिल से निकाल रखा है,
ख़ुशी अपनी थी बाँट दी हम ने
गम तेरा था संभाल रखा है,
लौट जाएँ या जाएँ उसकी गली
हम ने सिक्का उछाल रखा है,
ख़ुद हमारी जगह नहीं बनती
घर में इतना मलाल रखा है,
हम ने हर फ़ैसला मुहब्बत में
रोज़ ए महशर पे टाल रखा है..!!