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Sad Poetry

गूँगे लफ़्ज़ों का ये बेसम्त सफ़र मेरा है

googne lafzon ka ye besamt safar mera hai

गूँगे लफ़्ज़ों का ये बेसम्त सफ़र मेरा है गुफ़्तुगू उसकी है लहजे में असर मेरा …

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भीड़ में कोई शनासा भी नहीं छोड़ती है

bhid me koi shanasa bhi nahi chhodti hai

भीड़ में कोई शनासा भी नहीं छोड़ती है ज़िंदगी मुझको अकेला भी नहीं छोड़ती है, …

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मैंने मुद्दत से कोई ख़्वाब नहीं देखा है

maine muddat se koi khwab nahi dekha hai

मैंने मुद्दत से कोई ख़्वाब नहीं देखा है रात खिलने का गुलाबों से महक आने …

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हाए लोगों की करम फ़रमाइयाँ…

haay logo ki karam farmaaiyan

हाए लोगों की करम फ़रमाइयाँ तोहमतें बदनामियाँ रुस्वाइयाँ, ज़िंदगी शायद इसी का नाम है दूरियाँ, …

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कहानी दर्द ओ गम की ज़िन्दगी से…

kahani dard o gam ki zindagi se kya kahta

कहानी दर्द ओ गम की ज़िन्दगी से क्या कहता ? सबब ए रंज़ ओ गम …

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दिल की बस्ती पे किसी दर्द का साया…

dil ki basti pe kisi dard ka saya bhi nahi

दिल की बस्ती पे किसी दर्द का साया भी नहीं ऐसा वीरानी का मौसम कभी …

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फ़िराक़ ओ वस्ल से हट कर कोई रिश्ता…

firaq o vasl se hat kar koi rishta hamara ho

फ़िराक़ ओ वस्ल से हट कर कोई रिश्ता हमारा हो बग़ैर उस के भी शायद …

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किया इश्क था जो बाइसे रुसवाई बन गया

kiya ishq tha jo baaise ruswai ban gaya

किया इश्क था जो बाइसे रुसवाई बन गया यारो तमाम शहर तमाशाई बन गया, बिन …

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तजुर्बे के दम पर दीवानों ने कहा था…

tazrube ke dam par deewano ne kaha tha

तजुर्बे के दम पर दीवानों ने कहा था इश्क़ बुरा है मगर जुनूँ ए इश्क़ …

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कर्ब ए फ़ुर्क़त रूह से जाता नहीं…

karb e furqat ruh se jata nahi

कर्ब ए फ़ुर्क़त रूह से जाता नहीं हल कोई ग़म का नज़र आता नहीं, काश …

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  • गूँगे लफ़्ज़ों का ये बेसम्त सफ़र मेरा है
  • भीड़ में कोई शनासा भी नहीं छोड़ती है
  • ऐ यक़ीनों के ख़ुदा शहर ए गुमाँ…
  • उस गुल को भेजना है मुझे ख़त…
  • मैंने मुद्दत से कोई ख़्वाब नहीं देखा है
  • हाए लोगों की करम फ़रमाइयाँ…
  • फूल,खुशबू, कली की बात करें
  • क्या ज़माना था कि हम रोज़ मिला करते थे
  • जब से तेरी हर बात में रहने लगे
  • कहानी दर्द ओ गम की ज़िन्दगी से…
  • दिल की बस्ती पे किसी दर्द का साया…
  • फ़िराक़ ओ वस्ल से हट कर कोई रिश्ता…
  • किया इश्क था जो बाइसे रुसवाई बन गया
  • तजुर्बे के दम पर दीवानों ने कहा था…
  • बस एक बार किसी ने गले लगाया था

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