प्रकाशित अश'आर | ग़ज़ल चुने हुए ऑथर :Bazmeshayari

कहीं दिरहम कहीं डॉलर

कहीं दिरहम कहीं डॉलर कहीं दीनार का झगड़ा कहीं दिरहम कहीं डॉलर कहीं दीनार का झगड़ा कहीं लहँगा कहीं चोली

Read More

नाम से गाँधी के चिढ़

नाम से गाँधी के चिढ़ और बैर आज़ादी से है नाम से गाँधी के चिढ़ और बैर आज़ादी से है

Read More

कभी ख़ामोश बैठोगे कभी

कभी ख़ामोश बैठोगे, कभी कुछ गुनगुनाओगे कभी ख़ामोश बैठोगे, कभी कुछ गुनगुनाओगे मैं उतना ही याद आऊँगा मुझे जितना भुलाओगे,

Read More

और क्या करता बयान

और क्या करता बयान ए गम तुम्हारे सामने मेरी आँखें हो गई पुरनम तुम्हारे सामने, हम जुदाई में तुम्हारी मर

Read More

तलाश ए जन्नत ओ

तलाश ए जन्नत ओ दोज़ख में रायेगाँ इंसाँ तलाश ए जन्नत ओ दोज़ख में रायेगाँ इंसाँ ज़मीं पे रोज़ मनाता

Read More

जब भी हँसी की

जब भी हँसी की गर्द में चेहरा छुपा लिया   जब भी हँसी की गर्द में चेहरा छुपा लिया बे

Read More

कौन है नेक

कौन है नेक ? कौन बद है यहाँ ? किसी के हाथों में ये सनद है कहाँ ? खुलते जा

Read More

बुरी है कीजिए नफ़रत

बुरी है कीजिए नफ़रत निहायत बुरी है कीजिए नफ़रत निहायत मिटाए दिल से सदियों की अदावत चलो हम एक हो

Read More

हमेशा साथ रहने की

हमेशा साथ रहने की आदत कुछ नहीं होती जो लम्हा मिल गए जी लो, रियाज़त कुछ नहीं होतीं, जिसे महरूमियाँ

Read More

तेरी जुल्फें बिखरने को

तेरी जुल्फें बिखरने को घटा कह दूँ तो कैसा हो ?   तेरी जुल्फें बिखरने को घटा कह दूँ तो

Read More