आरज़ू को दिल ही दिल में घुट के…
आरज़ू को दिल ही दिल में घुट के रहना आ गया और वो ये समझे कि मुझ को ...
रात भी, नींद भी, कहानी भी…
रात भी, नींद भी, कहानी भीहाय, क्या चीज़ है जवानी भी एक पैग़ाम-ए-ज़िन्दगानी भीआशिक़ी मर्गे-नागहानी भी इस अदा ...
कब तक यूँ बहारों में, पतझड़ का चलन होगा…
कब तक यूँ बहारों में, पतझड़ का चलन होगाकलियों की चिता होगी, फूलों का हवन होगा, हर धर्म ...
मेरे ख़ुदा मैं अपने ख़यालों को क्या करूँ..
मेरे ख़ुदा मैं अपने ख़यालों को क्या करूँअंधों के इस नगर में उजालों को क्या करूँ ? चलना ...