तुम अपने अक़ीदों के नेज़े…

tum apne akido ke neze
तुम अपने अक़ीदों के नेज़े हर दिल में उतारे जाते हो, हम लोग मोहब्बत वाले हैं तुम ख़ंजर ...

सभी कहें मेरे ग़मख़्वार के अलावा भी

sabhi kahe mere gamkhwar ke alawa bhi
सभी कहें मेरे ग़मख़्वार के अलावा भी कोई तो बात करूँ यार के अलावा भी, बहुत से ऐसे ...

वो दुश्मन ए जाँ जान से प्यारा भी कभी था

wo dushman e jaan jaan se pyara
वो दुश्मन ए जाँ जान से प्यारा भी कभी था अब किस से कहें कोई हमारा भी कभी ...

ग़ैरत ए इश्क़ सलामत थी अना ज़िंदा थी

gairat e ishq salamat thi ana zinda thi
ग़ैरत ए इश्क़ सलामत थी अना ज़िंदा थी वो भी दिन थे कि रह ओ रस्म ए वफ़ा ...

दिल भी बुझा हो शाम की परछाइयाँ भी हों

dil bhi bujha ho sham ki
दिल भी बुझा हो शाम की परछाइयाँ भी हों मर जाइये जो ऐसे में तन्हाइयाँ भी हों, आँखों ...

हर एक बात न क्यूँ ज़हर सी हमारी लगे

har ek baat na kyun zahar si
हर एक बात न क्यूँ ज़हर सी हमारी लगे कि हमको दस्त ए ज़माना से ज़ख़्मकारी लगे, उदासियाँ ...

मुस्तक़िल महरूमियों पर भी तो दिल…

mustakil mahrumiyon par bhi dil maana nahi
मुस्तक़िल महरूमियों पर भी तो दिल माना नहीं लाख समझाया कि इस महफ़िल में अब जाना नहीं, ख़ुद ...

क्या ऐसे कम सुख़न से कोई गुफ़्तुगू करे

kya aise kam sukhan se koi guftagoo kare
क्या ऐसे कम सुख़न से कोई गुफ़्तुगू करे जो मुस्तक़िल सुकूत से दिल को लहू करे, अब तो ...

अगरचे ज़ोर हवाओं ने डाल रखा है…

agarche zor hawaao ne daal rakha hai
अगरचे ज़ोर हवाओं ने डाल रखा है मगर चराग़ ने लौ को सँभाल रखा है, मोहब्बतों में तो ...

जुज़ तेरे कोई भी दिन रात न जाने मेरे

juz tere koi bhi din raat na jane mere
जुज़ तेरे कोई भी दिन रात न जाने मेरे तू कहाँ है मगर ऐ दोस्त पुराने मेरे ? ...