न शब ओ रोज़ ही बदले है न हाल अच्छा है… न शब ओ रोज़ ही बदले है न हाल अच्छा है किस ब्राह्मण ने कहा … Read More
ग़ैरत ए इश्क़ सलामत थी अना ज़िंदा थी… ग़ैरत ए इश्क़ सलामत थी अना ज़िंदा थी वो भी दिन थे कि रह ओ … Read More