तुम्हे न फिर से सताएँगे हम, ख़ुदा हाफिज़…
तुम्हे न फिर से सताएँगे हम, ख़ुदा हाफिज़ कि अब न लौट के आएँगे हम, …
तुम्हे न फिर से सताएँगे हम, ख़ुदा हाफिज़ कि अब न लौट के आएँगे हम, …
दिल ने जब जब तुझ पे इंहिसार किया तुमने ख़ुद को और भी बे ऐतबार …
बहुत कठिन ही सही मगर किया जाए अना से तर्क ए अना तक सफ़र किया …
गुलाब चाँदनी रातों पे वार आये हम तुम्हारे होंठों का सदका उतार आये हम, वो …
आँखों का था क़ुसूर न दिल का क़ुसूर था आया जो मेरे सामने मेरा ग़ुरूर …
पास आओ कि एक इल्तज़ा सुन लो हाँ प्यार है तुमसे बेपनाह सुन लो, एक …
मालूम है इस दुनियाँ में मशहूर नहीं है ये गाँव तेरे दिल से तो अब …
माना कि अब तुम्हारा दिल भर गया होगा हमसे ना सही, प्यार कही और हो …
शाम तक सुबह की नज़रों से उतर जाते है इतने समझौतों पे जीते है कि …
ख़्वाब के जज़ीरो पर एक दीया जलाना था और फिर हवाओं को रास्ता बताना था, …