पानी आँख में भर कर लाया जा सकता है
पानी आँख में भर कर लाया जा सकता है अब भी जलता शहर बचाया जा …
पानी आँख में भर कर लाया जा सकता है अब भी जलता शहर बचाया जा …
उसकी ख़ातिर रोना हँसना अच्छा लगता है जैसे धूप में बारिश होना अच्छा लगता है, …
हक़ीक़तों में बदलता सराब चुभने लगा जो बन सका न हक़ीक़त वो ख़्वाब चुभने लगा, …
ऐ वक़्त ज़रा थम जा ये कैसी रवानी है आँखों में अभी बाक़ी एक ख्वाब …
धड़कते साँस लेते रुकते चलते मैंने देखा है कोई तो है जिसे अपने मे पलते …
अज़ाब ये भी किसी और पर नहीं आया कि एक उम्र चले और घर नहीं …
ज़ुल्म की हद ए इंतेहा को मिटाने का वक़्त है अब मज़लूमों का साथ निभाने …
दर्द अब वो नहीं रहें जो ऐ दिल ए नादां पहले था खुले सर पर …
ख़्वाबो को मेरे प्यार की ताबीर बख्श दे दिल को मेरे इश्क़ की ज़ागीर बख्श …