सूरज से यूँ आँख मिलाना
मुश्किल क्या नामुमकिन है,
दुनियाँ से इस्लाम मिटाना
मुश्किल क्या नामुमकिन है,
मुशरिको को दीन सिखाना
शायद मुमकिन हो लेकिन,
कंकर से क़लमा पढ़वाना
मुश्किल क्या ना मुमकिन है,
कोई चाहे सारी उम्र लगा दे
अपने माँ की ख़िदमत में लोगो,
माँ की दूध का क़र्ज़ चुकाना
मुश्किल क्या नामुमकिन है,
पल में आना पल में जाना
फ़र्श से ज़मीं से अर्श तलक,
डूबता सूरज वापस लाना
मुश्किल क्या नामुमकिन है,
सूरज से यूँ आँख मिलाना
मुश्किल क्या नामुमकिन है..!!