नाम लिखते है तेरा और मिटा देते है
यूँ इस दिल को मुहब्बत की सज़ा देते है,
उम्र भर जिन को प्यार न करना आया
आज वही लोग हम को दरस ए वफ़ा देते है,
हमने सीखा नहीं प्यार में रुसवा करना
दिल तो क्या चीज है हम जान भी लुटा देते है,
कितना ख़ुश रंग था वो प्यार का मौसम यारो
याद आते है वो लम्हे तो रुला देते है,
उसके आने की झूठी तसल्ली मत दो
ये दिलासे तो मेरा दर्द बढ़ा देते है..!!