कुछ भी हो वो अब दिल से जुदा हो नहीं सकते… कुछ भी हो वो अब दिल से जुदा हो नहीं सकते हम मुजरिम ए तौहीन …Read More
जब ज़िंदगी सुकून से महरूम हो गई… जब ज़िंदगी सुकून से महरूम हो गई उन की निगाह और भी मासूम हो गई, …Read More