झूठी बाते झूठे लोग, सहते रहेंगे सच्चे लोग…

झूठी बाते झूठे लोग, सहते रहेंगे सच्चे लोग
हरियाली पर बोलेंगे, सावन के सब अँधे लोग,

दो कौड़ी में महँगे है, किरदारों के सस्ते लोग
मेरी गुज़ारिश क्या सुनते ? ऊँचे कद के छोटे लोग,

गैर तो आँसू पोछेंगे, धोखा देंगे अपने लोग
एक जगह कम ही मिलते है, इतने सारे अच्छे लोग,

इस जीवन में घूम चुके आधी दुनियाँ पूरे लोग
बरसो में फिर देखेंगे भोले भाले प्यारे लोग,

सदियों पहले होते थे अपनी धुन के पक्के लोग
हर महफ़िल में करते है ओछी हरकत ओछे लोग..!!

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