दिल मेरा मिस्र का बाज़ार भी हो सकता है…

दिल मेरा मिस्र का बाज़ार भी हो सकता है
कोई धड़कन का ख़रीदार भी हो सकता है,

कोई हो सकता है क़ातिल भी सफ ए यारां में
कोई हमदर्द सरदार भी हो सकता है,

अब तक अश्क़ गिरा करते थे तन्हाई में
ये तमाशा सर ए बाज़ार भी हो सकता है,

मुझ पे ताने न कसो, मुझको न पागल समझो
मैं इन्सान हूँ मुझे प्यार भी हो सकता है,

उसकी चौखट पे जाना है ज़रा थाम ले दिल
वहाँ इक़रार भी, इन्कार भी हो सकता है..!!

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