दोस्त क्या ख़ूब वफ़ा का सिला देते है…

हैरतों के सिलसिले सोज़

दोस्त क्या ख़ूब वफ़ा का सिला देते है हर नये मोड़ पर एक ज़ख्म नया देते है, तुमसे

गुज़रे जो अपने यारों की सोहबत में चार दिन…

guzre jo apne yaaro ki sohbat me char din

गुज़रे जो अपने यारों की सोहबत में चार दिन ऐसा लगा बसर हुए जन्नत में चार दिन, उम्र

जो पत्थरो में जुबां ढूँढे हम वो चीज है दोस्त…

jo pattharo me zuban dhoondhe ham wo chij hai dost

जो पत्थरो में जुबां ढूँढे हम वो चीज है दोस्त है मर्ज़ ख़्वाब सजाना तो हम मरीज़ है

दोस्तों से रसाई सोचेंगे सबसे हो आशनाई सोचेंगे…

dosto se rasaai sochenge

दोस्तों से रसाई सोचेंगे सबसे हो आशनाई सोचेंगे, सोचती चाहे जो रहे दुनियाँ हम तो सबकी भलाई सोचेंगे,

उसे मैं क्यूँ बताऊँ…???

उसे मैं क्यूँ बताऊँ

उसे मैं क्यूँ बताऊँ ??? मैंने उसको कितना चाहा है, बताया झूठ हो जाता है, सच्ची बात की

वो ख़ुद आँसू बहाएगा ज़रा तुम मर तो जाने दो…

Bazmeshayari_512X512

वो ख़ुद आँसू बहाएगा ज़रा तुम मर तो जाने दो मुझे वापस बुलाएगा ज़रा तुम मर तो जाने

तुम जैसे तो लाखो ही थे, है और भी आएँगे…

Bazmeshayari_512X512

तुम जैसे तो लाखो ही थे, है और भी आएँगे मगर हम जैसे तुम्हे बहुत कम ही मिल

वो जो दिल में तेरा मुक़ाम है किसी और को वो दिया नहीं..

Bazmeshayari_512X512

वो जो दिल में तेरा मुक़ाम है किसी और को वो दिया नहीं, वो जो रिश्ता तुझसे है

कभी लफ्ज़ भूल जाऊँ, कभी बात भूल जाऊँ…

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कभी लफ्ज़ भूल जाऊँ कभी बात भूल जाऊँ तुझे इस क़दर चाहूँ कि अपनी ज़ात भूल जाऊँ उठ

जो तेरे प्यार के दरियाँ कशीद हो जाएँ…

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जो तेरे प्यार के दरियाँ कशीद हो जाएँ मेरी हयात के मंज़र ज़दीद हो जाएँ, तुम्हारी चश्म ए