बुलंद दर्ज़ा है दुनियाँ में माँ बाप का
इनके जैसा तो कोई और प्यारा नहीं,
इतने एहसान है हम पर माँ बाप के
जिनका होता कभी भी उतारा नहीं,
जिनका पा कर सहारा बड़ा तू हुआ
उनको देता अब क्यूँ तू सहारा नहीं,
कर ले जीते जी ख़िदमत तू माँ बाप की
ज़िन्दगी फिर ये मिलती दोबारा नहीं,
जन्म जिसने दिया कद्र उनकी तू कर ले
वो भूखे है प्यासे फ़िक्र उनकी तू कर ले,
गम ए ज़िन्दगी को तू ख़ुशियों से भर ले
वालिदैन की ख़िदमत मन से तू कर ले..!!