ज़िंदगी दुश्वार है उफ़! ये गिरानी देखिए
और फिर नेताओं की शोला बयानी देखिए,
भीख का लेकर कटोरा चाँद पर जाने की ज़िद
ये अदा, ये बाँकपन ये लंतरानी देखिए,
मुल्क जाए भाड़ में इससे उन्हें मतलब नहीं
कुर्सी से चिपटे हुए हैं जाँफ़िशानी देखिए..!!
~अदम गोंडवी
अचेतन मन में प्रज्ञा कल्पना की लौ जलाती है
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