कभी राहो में मिली होगी तू…

कभी राहो में मिली होगी तू
तुझे मैंने कभी देखा तो होगा,

हर दिल कुछ कहता है
इस दिल ने भी कुछ कहा तो होगा,

कुछ अरमान निकले होंगे इस दिल से
कुछ तुमने सुना तो होगा,

याद कभी आई तो होगी मेरी
तेरा दिल भी कभी तड़पा तो होगा,

आशियाना कभी बन न सका हमारा
तेरा महल भी कभी टूटा तो होगा,

कभी देखा तो होगा तुमने भी मुझे पलट के
दिल तुम्हारा दोबारा कभी धड़का तो होगा,

क्या कहे तेरी ज़ालिमाना अदाओं को
इन अदाओ से किसी का दम निकला तो होगा..!!

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