लम्हा भर वो भी तड़पती होगी

तड़पता हूँ मैं लैल ओ नहार
लम्हा भर वो भी तड़पती होगी

दुआओं में वो भी ख़ुदा से
कोई फ़रियाद तो करती होगी

मेरे जितना ना करे ना सही
पर याद तो वो भी करती होगी

बहुत मशरूफ ही सही
वो अपनी उस दुनियाँ में फिर भी

तन्हाईयो के कुछ पल वो भी
मेरे लिए बर्बाद तो करती होगी..!!

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