ज़रा सी देर ठहर कर सवाल करते है
सफ़र से आये हुओ का ख्याल करते है,
मैं जानता हूँ मुझे मुझसे माँगने वाले
पराई चीज का जो लोग हाल करते है,
ज़माना हो गया हालाकिं दश्त छोड़े हुए
हमारे तज्करे अब भी गज़ाल करते है,
वो इश्क़ जिसके गिने जा चुके है दिन
हम इस चिराग़ की साँसे बहाल करते है..!!