यहाँ किसी को आवाज़ कहाँ उठाने…
यहाँ किसी को आवाज़ कहाँ उठाने देता है कोई ज़रा सी आवाज़ करो तो गला …
यहाँ किसी को आवाज़ कहाँ उठाने देता है कोई ज़रा सी आवाज़ करो तो गला …
ज़माना आया है बेहिजाबी का आम दीदार ए यार होगासुकूत था पर्दादार जिसका वो राज़ …
सर रख कर रोने को शाना चाहिए थामैं तन्हा था तुझको आना चाहिए था, आज …