ये और बात है तुझ से गिला नहीं करते
ये और बात है तुझ से गिला नहीं करते जो ज़ख़्म तू ने दिए हैं …
ये और बात है तुझ से गिला नहीं करते जो ज़ख़्म तू ने दिए हैं …
दुनियाँ में शातिर नहीं अब शरीफ़ लटकते है अब सच्चो की बात छोड़ो वो तो …
तुम्हे पूजता था दीया वो बुझा दूँ तुम्हारे बिना भी दुनियाँ बसा दूँ, सुनो इश्क़ …
सुना है ये जहाँ अच्छा था पहले ये जो अब दश्त है दरिया था पहले, …
जो नेकी कर के फिर दरिया में उसको डाल जाता है वो जब भी दुनिया …
किस सिम्त चल पड़ी है खुदाई मेरे ख़ुदा नफ़रत ही अब दे रही है दिखाई …
दुनिया जिसे कहते हैं जादू का खिलौना है मिल जाए तो मिट्टी है खो जाए …
रह के मक्कारों में मक्कार हुई है दुनिया मेरे दुश्मन की तरफ़दार हुई है दुनिया, …
मैंने दुनियाँ से, मुझसे दुनियाँ ने सैकड़ो बार बेवफ़ाई की, आसमां चूमता है मेरे क़दम …
रात भी, नींद भी, कहानी भीहाय, क्या चीज़ है जवानी भी एक पैग़ाम-ए-ज़िन्दगानी भीआशिक़ी मर्गे-नागहानी …