सोहनी धरती के रखवाले
ये प्यारे खाक़ी वर्दी वाले,
हर बाप का फ़ख्र ओ गुरुर है ये
हर माँ की आँख का नूर है ये,
हर बहन के सर की चादर है
मुल्क की सरहद के मुहाफ़िज़ है,
इस मुल्क की मिट्टी के मतवाले
ये प्यारे खाक़ी वर्दी वाले,
अल्लाह रखे आबाद वतन को
ताहश्र रखे शाद वतन को,
और बन के ये निगेहबान रहे
तेगों के साये में पाले, ये प्यारे खाक़ी वर्दी वाले..!!