कभी ख़ुद कभी औरो को हटाते रहिए
बस यूँ ही रास्तो को सहल बनाते रहिए,
कही उठ जाइए किसी का हाथ थाम के
कभी औरो को दे कर हाथ उठाते रहिए,
एक दिन पानी हर हाल में ऊपर आएगा
बस शिद्दत से पत्थर घड़े में गिराते रहिए,
कभी न कभी जा कर निशाने पर लगेगा
बिना थके कोशिशो के तीर चलाते रहिए,
अपने ही नहीं बेगाने भी हो जाएँगे कायल
आप बस बेलौस यूँ ही रिश्ते निभाते रहिए..!!