जो होगा सब ठीक होगा होने दो जो होना है
मुँह देखे की बातें है सब किस ने किस को रोना है,
दिल किस से दुःख बाँटे अपना किस से अपनी बात कहे
दिल ही है एक जिस ने यारो दर्द मुक़म्मल ढोना है,
हम भी मिट्टी तुम भी मिट्टी पुतले है सब मिट्टी के
अव्वल मिट्टी आखिर मिट्टी मिट्टी ही में जाना है,
मिल कर बैठे नफ़रत छोड़े प्यार वफ़ा की बात करे
बाग़ ए वफ़ा में हमने यारो बीज उल्फ़त का बोना है,
ऐसा काम करे ही क्यूँ हम जिसको कर के पछताए
पहले दाग लगाएं क्यूँ हम जब अश्को से धोना है..!!
~आज़िम कोहली