हो मोमिनों को हमेशा ही पयाम ए ईद मुबारक

हो मोमिनों को हमेशा ही पयाम ए ईद मुबारक
गगन के पार से आया है सलाम ए ईद मुबारक,

कभी भी आये न गुलशन पे मेरे गम का कोई पल
खुदा करे यूँ ही रहे चलता निज़ाम ए ईद मुबारक,

इबादतों में रहें रात दिन यूँ ही सदा मशरूफ़
हो मुसलमानों को ये एहतिमाम ए ईद मुबारक,

अफ़क पे जैसे ही आया नज़र हिलाल का ये चाँद
ज़माने में हो गया हर्फ़ ए आम ईद मुबारक,

यूँ ही सजे रहें पलकों पे ख़्वाब आप के हरदम
चराग खुशियों के जलाती रहें बनाम ए ईद मुबारक,

हर बार ही अपनी दुआओं में खुदा से यही माँगा है
हो प्यारों को मेरे सुबह ओ शाम ईद मुबारक,

तुम्हारी ख्वाहिशें पूरी हो सनम सारी की सारी
मिले हयात में खुशियाँ तमाम मादाम ईद मुबारक,

अदाएँ हुस्न ओ शबाब दिखा दिखा कर मनाओ
निगाह ए नाज़ से पेश करो सलाम ए ईद मुबारक..!!

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