खफ़ा मत हो अभी तो प्यार के दिन है
खफ़ा मत हो अभी तो प्यार के दिन है इब्तिदा ए मुहब्बत में अभी मल्हार …
खफ़ा मत हो अभी तो प्यार के दिन है इब्तिदा ए मुहब्बत में अभी मल्हार …
कुछ बात है कि आज ख्याल ए यार आया एक बार नहीं बल्कि बार बार …
भरोसा कैसे करे कोई अब तिज़ारत के हवालो का ? न रहा सत्ता का यकीं …
हम वक़्त ए मौत को तो हरगिज़ टाल न पाएँगे हम ख़ाली हाथ आए है …
दुनियाँ में करने पड़ते है इतने समझौते कि मौत से पहले कई बार मर जाते …
वो एक लम्हा मुहब्बत भरा तेरे साथ ज़िन्दगी भर की ख़ुशियों पर भारी है, हम …