पानी आँख में भर कर लाया जा सकता है
पानी आँख में भर कर लाया जा सकता है अब भी जलता शहर बचाया जा …
पानी आँख में भर कर लाया जा सकता है अब भी जलता शहर बचाया जा …
ये तमन्ना थी कि तकमील ए तमन्ना करते सामने तुझ को बिठा के हम तेरी …
खींच कर रात की दीवार पे मारे होते मेरे हाथों में अगर चाँद सितारे होते, …
उसके नज़दीक ग़म ए तर्क ए वफ़ा कुछ भी नहीं मुतमइन ऐसा है वो जैसे …
हो चराग़ ए इल्म रौशन ठीक से लोग वाक़िफ़ हों नई तकनीक से, इल्म से …
मोड़ था कैसा तुझे था खोने वाला मैं रो ही पड़ा हूँ कभी न रोने …
कभी कभी कितना नुक़सान उठाना पड़ता है ऐरों ग़ैरों का एहसान उठाना पड़ता है, टेढ़े …
जाग उठेंगे दर्द पुराने ज़ख़्मों की अँगनाई में दिल की चोट उभर आएगी मत निकलो …