दिल मेरा मिस्र का बाज़ार भी हो सकता है…
दिल मेरा मिस्र का बाज़ार भी हो सकता हैकोई धड़कन का ख़रीदार भी हो सकता है, कोई हो ...
अर्श से फ़र्श पर क्यूँ उतारा गया ? मैं तो मारा गया…
नख्ल ए ममनूअ के रुख दोबारा गया, मैं तो मारा गयाअर्श से फ़र्श पर क्यूँ उतारा गया ? ...
उस ने सुकूत-ए-शब में भी अपना पयाम रख दिया..
उस ने सुकूत-ए-शब में भी अपना पयाम रख दियाहिज्र की रात बाम पर माह-ए-तमाम रख दिया, आमद-ए-दोस्त की ...
उस को जुदा हुए भी ज़माना बहुत हुआ…
उस को जुदा हुए भी ज़माना बहुत हुआअब क्या कहें ये क़िस्सा पुराना बहुत हुआ, ढलती न थी ...
मैं तुझको भूल के ज़िंदा रहूँ ख़ुदा न करे…
वो दिल ही क्या तेरे मिलने की जो दुआ न करेमैं तुझको भूल के ज़िंदा रहूँ ख़ुदा न ...
दिल में न हो जुरअत तो मोहब्बत नहीं मिलती…
दिल में न हो जुरअत तो मोहब्बत नहीं मिलतीख़ैरात में इतनी बड़ी दौलत नहीं मिलती , कुछ लोग ...
धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो…
धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखोज़िंदगी क्या है किताबों को हटा कर देखो, सिर्फ़ आँखों से ...
ख़िर्द-मंदों से क्या पूछूँ कि मेरी इब्तिदा क्या है…
ख़िर्द-मंदों से क्या पूछूँ कि मेरी इब्तिदा क्या हैकि मैं इस फ़िक्र में रहता हूँ मेरी इंतिहा क्या ...
तिरे इश्क़ की इंतिहा चाहता हूँ….
तिरे इश्क़ की इंतिहा चाहता हूँमिरी सादगी देख क्या चाहता हूँ, सितम हो कि हो वादा-ए-बे-हिजाबीकोई बात सब्र-आज़मा ...
सितारों से आगे जहाँ और भी हैं…
सितारों से आगे जहाँ और भी हैंअभी इश्क़ के इम्तिहाँ और भी हैं, तही ज़िंदगी से नहीं ये ...