मेरी हो के भी तुम मेरी नहीं
गिला तो नहीं पर ये मलाल है,
अगरचे मेरे पास तुम नहीं मगर
आस पास यही कही तुम हो
कुछ तुम ही समझा दो दिल को
ये कमाल कैसा कमाल है !
अज़ीब सी एक कशमकश है दिल में
ये ना हिज़्र है ना विसाल है..!!
मेरी हो के भी तुम मेरी नहीं
गिला तो नहीं पर ये मलाल है,
अगरचे मेरे पास तुम नहीं मगर
आस पास यही कही तुम हो
कुछ तुम ही समझा दो दिल को
ये कमाल कैसा कमाल है !
अज़ीब सी एक कशमकश है दिल में
ये ना हिज़्र है ना विसाल है..!!