किस को मालूम है क्या होगा नज़र से पहले
होगा कोई भी जहाँ ज़ात ए बशर से पहले ?
कौन इस राज़ से है मावरा क्या जानते हो
कौन मौजूद सदफ़ में था गुहर से पहले ?
राहत ए वस्ल है क्या ? रात का आराम है क्या ?
गोया जाग उठते हैं हम लोग सहर से पहले..!!
~अहमद हमेश