काँटो का एक मकान मेरे पास रह गया

काँटो का एक मकान मेरे पास रह गया
एक फूल सा निशान मेरे पास रह गया,

सामान तू ने रख लिया जाते हुए तमाम
लेकिन तेरा ध्यान मेरे पास रह गया,

जाते हुए यकीन की दौलत वो ले गया
एक वहम और गुमान मेरे पास रह गया,

सूरज चला गया मुझे सहरा में छोड़ के
किरनो का सायेबां मेरे पास रह गया,

हमको भुलाने पर है कहाँ उसको इख़्तियार
कितना हसीन गुमान मेरे पास रह गया..!!

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