जीना मुश्किल है कि आसान ज़रा देख तो लो
हर शख़्स लगता है परेशान ज़रा देख तो लो,
यूँ तो आज ये नया शहर है ख़ूब बसाया तुम ने
मगर क्यूँ पुराना हुआ वीरान ज़रा देख तो लो,
इन चिरागों के तले आज ऐसे अँधेरे क्यूँ हैं ?
तुम भी रह जाओगे हैरान ज़रा देख तो लो,
तुम ये कहते हो कि मैं गैर हूँ फिर भी शायद
निकल आए यूँ ही कोई पहचान ज़रा देख तो लो…!!