ज़ुल्फ़ ओ रुख़ के साए में ज़िंदगी गुज़ारी है

zulf o rukh ke saaye me zindagi guzari hai

ज़ुल्फ़ ओ रुख़ के साए में ज़िंदगी गुज़ारी है धूप भी हमारी है छाँव भी हमारी है, ग़म

ताक़तें तुम्हारी हैं और ख़ुदा हमारा है

taaqate tumhari aur khuda humara hai

ताक़तें तुम्हारी हैं और ख़ुदा हमारा है अक्स पर न इतराओ आईना हमारा है, आप की ग़ुलामी का

मुट्ठी भर लोगों के हाथों में लाखों की तक़दीरें हैं

mutthi bhar logo ke hathon me laakho ki taqdeeren hain

मुट्ठी भर लोगों के हाथों में लाखों की तक़दीरें हैं जुदा जुदा हैं धर्म इलाक़े एक सी लेकिन

गिरजा में मंदिरों में अज़ानों में बट गया

girija me mandiron me azanon me bat gaya

गिरजा में मंदिरों में अज़ानों में बट गया होते ही सुब्ह आदमी ख़ानों में बट गया, इक इश्क़

अक़्ल बड़ी है या फिर भालू दानिश वाले ग़ौर करें

aql badi hai yaa fir bhaaloo danish wale gaur kare

अक़्ल बड़ी है या फिर भालू दानिश वाले ग़ौर करें शाख़ पे बैठा है क्यों उल्लू दानिश वाले

आदमी ही आदमी के बीच में आने लगा

aadmi hi aadmi ke beech me aane laga

आदमी ही आदमी के बीच में आने लगा फिर वही गुज़रा ज़माना ख़ुद को दुहराने लगा, एक अदना

मुल्क की ऐसी तरक़्क़ी, आपकी बला से हो जो हो

mulq ki aisi taraqqi aapki bala se ho jo ho

मुल्क की ऐसी तरक़्क़ी, आपकी बला से हो जो हो क़ौम की कैसी भी पस्ती, आपकी बला से

पहले जनाब कोई शिगूफ़ा उछाल दो

pahle janab koi shigufa uchhal do

पहले जनाब कोई शिगूफ़ा उछाल दो फिर कर का बोझ क़ौम की गर्दन डल डाल दो, रिश्वत को

जितने हरामख़ोर थे क़ुर्बो जवार में

jitne haramkhor the kurbo jawar me

जितने हरामख़ोर थे क़ुर्बो जवार में परधान बनके आ गए अगली क़तार में, दीवार फाँदने में यूँ जिनका

काजू भुने प्लेट में व्हिस्की गिलास में

kaajoo bhune plate me whisky gilas me

काजू भुने प्लेट में व्हिस्की गिलास में उतरा है रामराज विधायक निवास में, पक्के समाजवादी हैं तस्कर हों