रह के मक्कारों में मक्कार हुई है दुनिया

रह के मक्कारों में

रह के मक्कारों में मक्कार हुई है दुनिया मेरे दुश्मन की तरफ़दार हुई है दुनिया, पाक दामन थी

दिल से उतर जाने में एक लम्हा लगता है

dil se utar jane me

दिल से उतर जाने में एक लम्हा लगता है दिल के बदल जाने में एक लम्हा लगता है,

दर्द कई होते है दिल में छुपाने के लिए

दर्द कई होते है

दर्द कई होते है दिल में छुपाने के लिए सब के सब आँसू नहीं होते दिखाने के लिए,

वो जो दिख रहा है सच हो ये ज़रूरी तो नहीं है

वो जो दिख रहा

वो जो दिख रहा है सच हो ये ज़रूरी तो नहीं है वो जो तुम कहते हो हक़

आँख में पानी रखो होंठों पे चिंगारी रखो

aankh me paani rakho

आँख में पानी रखो होंठों पे चिंगारी रखो ज़िंदा रहना है तो तरकीबें बहुत सारी रखो, राह के

किस को मालूम है क्या होगा नज़र से पहले

किस को मालूम है

किस को मालूम है क्या होगा नज़र से पहले होगा कोई भी जहाँ ज़ात ए बशर से पहले

भरोसा कैसे करे कोई अब तिज़ारत के हवालो का ?

भरोसा कैसे करे कोई

भरोसा कैसे करे कोई अब तिज़ारत के हवालो का ? न रहा सत्ता का यकीं हमको, न सत्ता

अपने थके हुए दस्त ए तलब से माँगते है

अपने थके हुए दस्त

अपने थके हुए दस्त ए तलब से माँगते है जो माँगते नहीं रब से वो सब से माँगते

जो होने वाला है वो हादसा दिखाई तो दे

kaam is dil ki tabahi se kya liya jaaye

जो होने वाला है वो हादसा दिखाई तो दे कोई चराग जलाओ हवा दिखाई तो दे, तेरी गली

कुछ चलेगा ज़नाब, कुछ भी नहीं…

Bazmeshayari_512X512

कुछ चलेगा ज़नाब, कुछ भी नहीं चाय, कॉफ़ी, शराब, कुछ भी नहीं, चुप रहे तो कली लगे वो