Skip to content
Bazm e Shayari :: Hindi / Urdu Poetry, Gazals, Shayari
  • Home
  • About us
  • Contact us
  • Loading...
  • Articles
  • Poetry Category
    • Rain Poetry
    • Dua Poetry
    • Forgiveness
    • Funny
    • Friendship
    • Islamic
    • Love
    • Religious
  • Famous poets
    • Allama Iqbal
    • Ahmad Faraz
    • Bashir Badr
    • Faiz Ahmad Faiz
    • Firaq Gorakhpuri
    • Guljar
    • Javed Akhtar
    • Majrooh Sultanpuri
    • Mirza Galib
    • Rahat Indori
    • Sahil Ludhiyanvi
    • Wasim Barelvi
    • Parvin Shakir
    • Nida Fazli
    • Ada Jafri
  • Miscellaneous
    • Life
    • General
    • New Year
    • Patriotic
    • Political
    • Sad
    • Sufi
  • Motivational
  • Occassional

General Poetry

कोई तो फूल खिलाए दुआ के लहज़े में…

कोई तो फूल खिलाए

कोई तो फूल खिलाए दुआ के लहज़े मेंअज़ब तरह की घुटन है हवा के लहज़े में, ये वक़्त …

Read More

ख़बर क्या थी कि ऐसे अज़ाब उतरेंगे…

Bazmeshayari_512X512

ख़बर क्या थी कि ऐसे अज़ाब उतरेंगेजो होंगे बाँझ वो आँखों में ख़्वाब उतरेंगे, सजेंगे ज़िस्म पे कुछ …

Read More

अपने एहसास से छू कर मुझे संदल कर दो…

Bazmeshayari_512X512

अपने एहसास से छू कर मुझे संदल कर दोमैं कि सदियों से अधूरा हूँ मुकम्मल कर दो, न …

Read More

अभी तो इश्क़ में ऐसा भी हाल होना है…

Bazmeshayari_512X512

अभी तो इश्क़ में ऐसा भी हाल होना हैकि अश्क रोकना तुम से मुहाल होना है, हर एक …

Read More

अब जो लौटे हो इतने सालों में…

Bazmeshayari_512X512

अब जो लौटे हो इतने सालों मेंधूप उतरी हुई है बालों में, तुम मिरी आँख के समुंदर मेंतुम …

Read More

आँखों से मिरी इस लिए लाली नहीं जाती…

Bazmeshayari_512X512

आँखों से मिरी इस लिए लाली नहीं जातीयादों से कोई रात जो ख़ाली नहीं जाती, अब उम्र न …

Read More

बाँध ले हाथ पे सीने पे सजा ले तुमको…

बाँध ले हाथ पे

बाँध ले हाथ पे सीने पे सजा ले तुमकोजी में आता है कि ताबीज़ बना ले तुमको, फिर …

Read More

जो रहता है दिल के क़रीब…

Bazmeshayari_512X512

जो रहता है दिल के क़रीबअक्सर वही दूर हुआ करता है, जो नहीं हो मयस्सर हमकोवही मतलूब हुआ …

Read More

संभाला होश है जबसे मुक़द्दर सख्त तर निकला…

Bazmeshayari_512X512

संभाला होश है जबसेमुक़द्दर सख्त तर निकलाबड़ा है वास्ता जिससेवही ज़ेर ओ ज़बर निकला, सबक़ देता रहा मुझकोसदा …

Read More

तुम्हे बहार की कलियाँ जवाँ पुकारती है…

Bazmeshayari_512X512

तुम्हे बहार की कलियाँ जवाँ पुकारती हैकहती मरहबा ! सब तितलियाँ पुकारती है, न बोसा प्यार का अंबर …

Read More

Older posts
Newer posts
← Previous Page1 … Page127 Page128 Page129 … Page131 Next →

Recent Post

कोई सुनता ही नहीं

कोई सुनता ही नहीं किस को सुनाने लग जाएँ

जानता हूँ कि तुझे

जानता हूँ कि तुझे साथ तो रखते है कई

मेरे उसके दरमियाँ ये

मेरे उसके दरमियाँ ये राब्ता है और बस

चल निकलती हैं ग़म

चल निकलती हैं ग़म ए यार से बातें क्या क्या

ऐसा है कि सब ख़्वाब

ऐसा है कि सब ख़्वाब मुसलसल नहीं होते

अब तक यही सुना

अब तक यही सुना था कि बाज़ार बिक गए

जैसा नज़र का शौक़

जैसा नज़र का शौक़ था वैसा न कर सका

ये ज़माने की वफ़ाएं

ये ज़माने की वफ़ाएं मेरे काम की नहीं

असर उस को ज़रा

असर उस को ज़रा नहीं होता

वो जो हम में

वो जो हम में तुम में क़रार था…

रह वफ़ा में

रह वफ़ा में कोई साहिब ए जुनूँ न मिला

हाल में अपने मगन

हाल में अपने मगन हो फ़िक्र ए आइंदा न हो

Popular Categories

  • Dua Poetry
  • Forgiveness Poetry
  • Funny Poetry
  • Friendship Poetry
  • Religious Poetry
  • Life Poetry
  • New Year Poetry
  • Love Poetry
  • Patriotic Poetry
  • Political Poetry
  • Sad Poetry
  • Sufi Poetry

Footer

  • Privacy policy
  • Terms & Conditions
  • Disclaimer
  • Sitemap
Copyright © Bazm e Shayari 2025 All Rights Reserved.

नवीनतम प्रकाशित अश'आर / ग़ज़ल

कोई सुनता ही नहीं

कोई सुनता ही नहीं किस को सुनाने लग जाएँ

जानता हूँ कि तुझे

जानता हूँ कि तुझे साथ तो रखते है कई

मेरे उसके दरमियाँ ये

मेरे उसके दरमियाँ ये राब्ता है और बस