Islamic Poetry
किस तवक़्क़ो’ पे क्या उठा रखिए ?
किस तवक़्क़ो’ पे क्या उठा रखिए ? दिल सलामत नहीं तो क्या रखिए ? लिखिए …
किस को मालूम है क्या होगा नज़र से पहले
किस को मालूम है क्या होगा नज़र से पहले होगा कोई भी जहाँ ज़ात ए …
अपने थके हुए दस्त ए तलब से माँगते है
अपने थके हुए दस्त ए तलब से माँगते है जो माँगते नहीं रब से वो …
یہ اسمِ محمدؐ تو رحمت کا خزانہ ہے
یہ اسمِ محمدؐ تو رحمت کا خزانہ ہےاس نورِ مبارک سے روشن یہ زمانہ ہے …
हम वक़्त ए मौत को तो हरगिज़ टाल न पाएँगे
हम वक़्त ए मौत को तो हरगिज़ टाल न पाएँगे हम ख़ाली हाथ आए है …
ऐ मेरी क़ौम के लोगो ज़रा होशियार हो जाओ
ऐ मेरी क़ौम के लोगो ज़रा होशियार हो जाओउठो अब नींद से जागो के अब …
किसी कमज़ोर की जब भी दुआएँ गूँज उठती है
किसी कमज़ोर की जब भी दुआएँ गूँज उठती है अबाबीलों के लश्कर से फज़ाएँ गूँज …
अब ज़िन्दगी पे हो गई भारी शरारतें…
अब ज़िन्दगी पे हो गई भारी शरारतें तन्हाइयो ने छीन ली सारी शरारतें, होंठो के …
जब दुश्मनों के चार सू लश्कर निकल पड़े…
जब दुश्मनों के चार सू लश्कर निकल पड़े हम भी कफ़न बाँध के सर पर …