कर्ब हरे मौसम को तब तक सहना पड़ता है कर्ब हरे मौसम को तब तक सहना पड़ता है पतझड़ में तो पात को आख़िर …Read More
खो न जाए कहीं हर ख़्वाब सदाओं की तरह… खो न जाए कहीं हर ख़्वाब सदाओं की तरहज़िंदगी महव-ए-तजस्सुस है हवाओं की तरह टूट …Read More