ख़रीद कर जो परिंदे उड़ाए जाते है
हमारे शहर में कसरत से पाए जाते है,
मैं देख आया हूँ एक ऐसा कारखाना
जहाँ चिराग़ तोड़ के सूरज बनाए जाते है,
कही मिलेंगे तो फिर जान जाओगे
हम ऐसे है नहीं जैसे बनाये जाते है,
ख़रीद कर जो परिंदे उड़ाए जाते है
हमारे शहर में कसरत से पाए जाते है,
मैं देख आया हूँ एक ऐसा कारखाना
जहाँ चिराग़ तोड़ के सूरज बनाए जाते है,
कही मिलेंगे तो फिर जान जाओगे
हम ऐसे है नहीं जैसे बनाये जाते है,