वो दर्द वो वफ़ा वो मुहब्बत तमाम शुद
वो दर्द वो वफ़ा वो मुहब्बत तमाम शुद लिए दिल में तेरे क़ुर्ब की हसरत …
वो दर्द वो वफ़ा वो मुहब्बत तमाम शुद लिए दिल में तेरे क़ुर्ब की हसरत …
जब भी तुम चाहों मुझे ज़ख्म नया देते रहो बाद में फिर मुझे सहने की …
सौ बार चमन महका सौ बार बहार आई दुनिया की वही रौनक़ दिल की वही …
हक़ मेहर कितना होगा बताया नहीं गया शहज़ादियों को बाम पे लाया नहीं गया, कमज़ोर …
मुस्कुरा कर चलो खिलखिला कर चलो दिल किसी का मगर ना दुखा कर चलो, जिसकी …
उसकी ख़ातिर रोना हँसना अच्छा लगता है जैसे धूप में बारिश होना अच्छा लगता है, …
दामन ए सद चाक को एक बार सी लेता हूँ मैं तुम अगर कहते हो …
फ़ना के तीर हवा के परों में रखे हैं कि हम घरों की जगह मक़बरों …
आँसूं भी जो मिल जाएँ तो मुस्काती हैं बेटियाँ तो बड़ी मासूम हैं जज़्बाती हैं, …