बेटी का दर्द…
मुझे इतना प्यार न दो बाबा
कल जितना मुझे नसीब न हो,
ये जो माथा चूमा करते हो
कल इस पर शिकन अज़ीब न हो,
मैं जब भी रोती हूँ बाबा
तुम आँसू पोछा करते हो,
मुझे इतना दूर ना छोड़ आना
मैं रोऊँ और तुम क़रीब न हो,
मेरे नाज़ उठाते हो बाबा
मेरे लाड उठाते हो बाबा,
मेरी छोटी छोटी ख्वाहिश पर
तुम जान लुटाते हो बाबा,
कल ऐसा न हो एक नगरी में
मैं तन्हा तुमको याद करूँ,
और रो रो कर फ़रियाद करूँ
ऐ अल्लाह मेरे बाबा सा,
कोई प्यार जताने वाला हो
मेरे नाज़ उठाने वाला हो..!!