Skip to content
Bazm e Shayari :: Hindi / Urdu Poetry, Gazals, Shayari
  • Home
  • About us
  • Contact us
  • Loading...
  • Articles
  • Poetry Category
    • Rain Poetry
    • Dua Poetry
    • Forgiveness
    • Funny
    • Friendship
    • Islamic
    • Love
    • Religious
  • Famous poets
    • Allama Iqbal
    • Ahmad Faraz
    • Bashir Badr
    • Faiz Ahmad Faiz
    • Firaq Gorakhpuri
    • Guljar
    • Javed Akhtar
    • Majrooh Sultanpuri
    • Mirza Galib
    • Rahat Indori
    • Sahil Ludhiyanvi
    • Wasim Barelvi
    • Parvin Shakir
    • Nida Fazli
    • Ada Jafri
  • Miscellaneous
    • Life
    • General
    • New Year
    • Patriotic
    • Political
    • Sad
    • Sufi
  • Motivational
  • Occassional

Miscellaneous

लरज़ती छत शिकस्ता बाम ओ दर से बात करनी है…

Bazmeshayari_512X512

लरज़ती छत शिकस्ता बाम ओ दर से बात करनी है मुझे तन्हाई में कुछ अपने घर से बात …

Read More

उदास चाँद खुले पानियों में छोड़ गया…

Bazmeshayari_512X512

उदास चाँद खुले पानियों में छोड़ गया वो अपना चेहरा मेरे आँसूओ में छोड़ गया, हवा के झोंके …

Read More

तेरे फ़िराक़ के लम्हे शुमार करते हुए…

Bazmeshayari_512X512

तेरे फ़िराक़ के लम्हे शुमार करते हुए बिखर गए हैं तेरा इंतिज़ार करते हुए, तुम्हें ख़बर ही नहीं …

Read More

सोचता हूँ कि उसे नींद भी आती होगी…

Bazmeshayari_512X512

सोचता हूँ कि उसे नींद भी आती होगी या मेरी तरह फ़क़त अश्क बहाती होगी, वो मेरी शक्ल …

Read More

समन्दर में उतरता हूँ तो आँखें भीग जाती हैं…

Bazmeshayari_512X512

समन्दर में उतरता हूँ तो आँखें भीग जाती हैं तेरी आँखों को पढ़ता हूँ तो आँखें भीग जाती …

Read More

महफ़िल से मुझको उठाने के बाद क्या मिलेगा दिल दुखाने के बाद…

Bazmeshayari_512X512

महफ़िल से मुझको उठाने के बाद क्या मिलेगा दिल दुखाने के बाद, आज तो देख लूँ मैं तुम्हे …

Read More

अपने हो कर भी जो नहीं मिलते…

Bazmeshayari_512X512

अपने हो कर भी जो नहीं मिलते दिल ये जा कर है क्यूँ वही मिलते ? यहाँ मिलती …

Read More

यूँ बात बात पे कर के मुकालमा मुझसे…

Bazmeshayari_512X512

यूँ बात बात पे कर के मुकालमा मुझसे वो खुल रहा है मुसलसल ज़रा ज़रा मुझसे, मैं शाख …

Read More

तेरे लिए सब छोड़ के भी तेरा न रहा मैं…

Bazmeshayari_512X512

तेरे लिए सब छोड़ के भी तेरा न रहा मैं दुनियाँ भी गई इश्क़ में, तुझसे भी गया …

Read More

इस मुहब्बत के करम से पहले…

Bazmeshayari_512X512

इस मुहब्बत के करम से पहले ख़ुद को जीता था मैं तुमसे पहले, हसरत ओ यास ओ अलम …

Read More

Older posts
Newer posts
← Previous Page1 … Page115 Page116 Page117 … Page133 Next →

Recent Post

सोच बदल जाती है

सोच बदल जाती है,हालात बदल जाते हैं

उजड़े हुए हड़प्पा के

उजड़े हुए हड़प्पा के आसार की तरह

निगाह ए यार के

निगाह ए यार के बदलने में कुछ देर नहीं लगती

कोई सुनता ही नहीं

कोई सुनता ही नहीं किस को सुनाने लग जाएँ

जानता हूँ कि तुझे

जानता हूँ कि तुझे साथ तो रखते है कई

मेरे उसके दरमियाँ ये

मेरे उसके दरमियाँ ये राब्ता है और बस

चल निकलती हैं ग़म

चल निकलती हैं ग़म ए यार से बातें क्या क्या

ऐसा है कि सब ख़्वाब

ऐसा है कि सब ख़्वाब मुसलसल नहीं होते

अब तक यही सुना

अब तक यही सुना था कि बाज़ार बिक गए

जैसा नज़र का शौक़

जैसा नज़र का शौक़ था वैसा न कर सका

ये ज़माने की वफ़ाएं

ये ज़माने की वफ़ाएं मेरे काम की नहीं

असर उस को ज़रा

असर उस को ज़रा नहीं होता

Popular Categories

  • Dua Poetry
  • Forgiveness Poetry
  • Funny Poetry
  • Friendship Poetry
  • Religious Poetry
  • Life Poetry
  • New Year Poetry
  • Love Poetry
  • Patriotic Poetry
  • Political Poetry
  • Sad Poetry
  • Sufi Poetry

Footer

  • Privacy policy
  • Terms & Conditions
  • Disclaimer
  • Sitemap
Copyright © Bazm e Shayari 2025 All Rights Reserved.

नवीनतम प्रकाशित अश'आर / ग़ज़ल

सोच बदल जाती है

सोच बदल जाती है,हालात बदल जाते हैं

उजड़े हुए हड़प्पा के

उजड़े हुए हड़प्पा के आसार की तरह

निगाह ए यार के

निगाह ए यार के बदलने में कुछ देर नहीं लगती