ये मत पूछो कि कैसा आदमी हूँ

ye mat puchho ki

ये मत पूछो कि कैसा आदमी हूँ करोगे याद, ऐसा आदमी हूँ, मेरा नाम ओ नसब क्या पूछते

बहुत ख़राब रहा इस दौर मे

bahut kharab raha is daur men

बहुत ख़राब रहा इस दौर मे एक क़ौम का अच्छा होना, रास ना आया मनहूसों को क़ौम का

जताए हक़ न कैसे हम भला इक़रार पे…

जताए हक़ न कैसे

जताए हक़ न कैसे हम भला इक़रार पे उनके हमें फिर भी नाज़ होता है हसीं इंकार पे

मत पूछो मुसलमान का हाल…

मत पूछो मुसलमान का

मत पूछो मुसलमान का हाल… मस्ज़िद के लिए सर कटाने को तैयार है लेकिन मस्ज़िद में सर झुकाने

लानत है तेरी ज़िन्दगी पे नहीं तू किसी काज का…

Bazmeshayari_512X512

लानत है तेरी ज़िन्दगी पे नहीं तू किसी काज काशक्ल ए इंसानी में छुपा तू इब्लीस के मिजाज़

तुमको बेलौस प्यार करता हूँ….

तुमको बेलौस प्यार करता

हर वक़्त इंतज़ार करता हूँतुमको बेलौस प्यार करता हूँ, पर दिल में रखता हूँ बताता नहींप्यार कब आशकार

ख़िर्द-मंदों से क्या पूछूँ कि मेरी इब्तिदा क्या है…

Bazmeshayari_512X512

ख़िर्द-मंदों से क्या पूछूँ कि मेरी इब्तिदा क्या हैकि मैं इस फ़िक्र में रहता हूँ मेरी इंतिहा क्या