समुंदरों के लिए सीपियाँ बनाते थे
अजीब लोग थे वो तितलियाँ बनाते थेसमुंदरों के लिए सीपियाँ बनाते थे वही बनाते थे लोहे को तोड़ कर तालाफिर उस के बा’द वही चाबियाँ …
अजीब लोग थे वो तितलियाँ बनाते थेसमुंदरों के लिए सीपियाँ बनाते थे वही बनाते थे लोहे को तोड़ कर तालाफिर उस के बा’द वही चाबियाँ …