हिज्र की शब नाला ए दिल वो सदा देने लगे

hizr ki shab naala

हिज्र की शब नाला ए दिल वो सदा देने लगे सुनने वाले रात कटने की दुआ देने लगे,

रो रहा था मैं भरी बरसात थी

ro raha tha main

रो रहा था मैं भरी बरसात थी हाल क्या खुलता अँधेरी रात थी, मेरे नालों से है बरहम

कहाँ तक जफ़ा हुस्न वालों की सहते

kahan tak zafa husn

कहाँ तक जफ़ा हुस्न वालों की सहते जवानी जो रहती तो फिर हम न रहते, लहू था तमन्ना

फूलों का कुंज ए दिलकश भारत में एक बनाएँ

phoolon ka kunj e

फूलों का कुंज ए दिलकश भारत में एक बनाएँ हुब्ब ए वतन के पौधे इस में नए लगाएँ,

मेंरी सदा है गुल ए शम् ए शाम ए आज़ादी

meri sada hai gul

मेंरी सदा है गुल ए शम् ए शाम ए आज़ादी सुना रहा हूँ दिलों को पयाम ए आज़ादी,

नाक़ूस से ग़रज़ है न मतलब अज़ाँ से है

naqoos se garaz hai

नाक़ूस से ग़रज़ है न मतलब अज़ाँ से है मुझ को अगर है इश्क़ तो हिन्दोस्ताँ से है

यही जगह थी यही दिन था और यही लम्हात

yahi jagah thi yahi

यही जगह थी यही दिन था और यही लम्हात सरों पे छाई थी सदियों से एक जो काली

ये हिन्दोस्ताँ है हमारा वतन

ye hindustan hai hamara

ये हिन्दोस्ताँ है हमारा वतन मोहब्बत की आँखों का तारा वतन, हमारा वतन दिल से प्यारा वतन वो

किसी के नाम रुत्बा और न ख़द्द ओ ख़ाल से मतलब

kisi ke naam rutba

किसी के नाम रुत्बा और न ख़द्द ओ ख़ाल से मतलब किरामन कातिबीं को ख़ल्क़ के आमाल से

सहर जब मुस्कुराई तब कहीं तारों को नींद आई

sahar jab muskuraai tab

सहर जब मुस्कुराई तब कहीं तारों को नींद आई बहुत मुश्किल से कल शब दर्द के मारों को