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Newyear Poetry

ऐ नए साल बता तुझ में नयापन क्या है ?

ae naye saal bata tujh me nayapan kya hai

ऐ नए साल बता तुझ में नयापन क्या है ? हर तरफ़ ख़ल्क़ ने क्यों शोर मचा रखा …

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इस नये साल पे ये सदा है ख़ुदा से

is naye saal pe ye sada hai

इस नये साल पे ये सदा है ख़ुदा से सलामत रहे वतन हर एक बला से, न पलकों …

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परिंदों के चोंच भर लेने से…

parindo ke chonch bhar lene se

परिंदों के चोंच भर लेने से कभी सागर सूखा नहीं करते, हवाओं के रुख सूखे पत्तो से अपना …

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उम्र भर चलते रहे हम वक़्त की तलवार पर

उम्र भर चलते रहे

उम्र भर चलते रहे हम वक़्त की तलवार पर परवरिश पाई है अपने ख़ून ही की धार पर, …

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जिस तरफ़ चाहूँ पहुँच जाऊँ मसाफ़त कैसी

जिस तरफ़ चाहूँ पहुँच

जिस तरफ़ चाहूँ पहुँच जाऊँ मसाफ़त कैसी मैं तो आवाज़ हूँ आवाज़ की हिजरत कैसी ? सुनने वालों …

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हुस्न ए मह गरचे बहंगाम ए कमाल अच्छा है

husn e mah garche bahngam haal achcha hai

हुस्न ए मह गरचे बहंगाम ए कमाल अच्छा है उससे मेरा मह ए ख़ुर्शीद जमाल अच्छा है, बोसा …

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जुज़ तेरे कोई भी दिन रात न जाने मेरे

जुज़ तेरे कोई भी

जुज़ तेरे कोई भी दिन रात न जाने मेरे तू कहाँ है मगर ऐ दोस्त पुराने मेरे ? …

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बता ऐ अब्र मुसावात

बता ऐ अब्र मुसावात क्यूँ नहीं करता

बिछड़ कर उसका दिल

बिछड़ कर उसका दिल लग भी गया तो क्या लगेगा

पराई आग पे रोटी

पराई आग पे रोटी नहीं बनाऊँगा

देखो अभी लहू की

देखो अभी लहू की एक धार चल रही है

बदन और रूह में

बदन और रूह में झगड़ा पड़ा है

हर गली कूचे में

हर गली कूचे में रोने की सदा मेरी है

दिल की बात लबों

दिल की बात लबों पर ला कर…

अगर न रोये तो

अगर न रोये तो आँखों पे बोझ पड़ता है

आइए आसमाँ की ओर

आइए आसमाँ की ओर चलें

ख़िज़ाँ में ओढ़ के

ख़िज़ाँ में ओढ़ के क़ौल ओ…

आँखों पर पलकों का

आँखों पर पलकों का बोझ नहीं होता

रंग पैराहन का ख़ुशबू

रंग पैराहन का ख़ुशबू ज़ुल्फ़ लहराने का नाम

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पराई आग पे रोटी

पराई आग पे रोटी नहीं बनाऊँगा