दुनिया ए तसव्वुर हम आबाद नहीं करते

duniya e tasavvur hum aabaad nahin karte

दुनिया ए तसव्वुर हम आबाद नहीं करते याद आते हो तुम ख़ुद ही हम याद नहीं करते, वो

ऐसा बनना सँवरना मुबारक तुम्हें

aisa banna sanvarna mubarak tumhen

ऐसा बनना सँवरना मुबारक तुम्हें कम से कम इतना कहना हमारा करो चाँद शरमाएगा चाँदनी रात में यूँ

ये बहार का ज़माना ये हसीं गुलों के साए

ye bahaar ka zamana ye hasin gulon ke saaye

ये बहार का ज़माना ये हसीं गुलों के साए मुझे डर है बाग़ बाँ को कहीं नींद आ

राह पर उन को लगा लाए तो हैं बातों में

raah par un ko laga laaye to hain baaton me

राह पर उन को लगा लाए तो हैं बातों में और खुल जाएँगे दो चार मुलाक़ातों में, ये

ग़म से कहीं नजात मिले चैन पाएँ हम

gam se kahin nazaat mile chain paayen hum

ग़म से कहीं नजात मिले चैन पाएँ हम दिल ख़ून में नहाए तो गंगा नहाएँ हम, जन्नत में

तुम आईना ही न हर बार देखते जाओ

tum aaeena hi na har baar dekhte jaao

तुम आईना ही न हर बार देखते जाओ मेरी तरफ़ भी तो सरकार देखते जाओ, न जाओ हाल

तुम्हारे ख़त में नया एक सलाम किस का था

tumhare khat me naya ek salam kis ka tha

तुम्हारे ख़त में नया एक सलाम किस का था न था रक़ीब तो आख़िर वो नाम किस का

एक वो दौर कि मिन्नतें करता था वफ़ा निभाने की

ek-wo-daur-ki-minnaten-karta-tha wafa nibhaane ki

एक वो दौर कि मिन्नतें करता था वफ़ा निभाने की एक ये वक़्त कि उसे आरज़ू है दामन

इरादा है किसी जंगल में जा रहूँगा मैं

iraada hai kisi jungle me jaa rahunga

इरादा है किसी जंगल में जा रहूँगा मैं तुम्हारा नाम हर एक पेड़ पर लिखूँगा मैं, हर एक

शगुन ले कर न क्यूँ घर से चला मैं

shagun le kar na kyun ghar se chala main

शगुन ले कर न क्यूँ घर से चला मैं तुम्हारे शहर में तन्हा फिरा मैं, अकेला था किसे