ग़ज़लों का हुनर अपनी आँखों को…
ग़ज़लों का हुनर अपनी आँखों को सिखाएँगे रोएँगे बहुत लेकिन आँसू नहीं आएँगे, कह देना समुंदर से हम ओस के मोती हैं दरिया की तरह …
ग़ज़लों का हुनर अपनी आँखों को सिखाएँगे रोएँगे बहुत लेकिन आँसू नहीं आएँगे, कह देना समुंदर से हम ओस के मोती हैं दरिया की तरह …